देवी बना पूजते जिसे | हिन्दी कविता (Hindi Poetry)

हिन्दी कविता (Hindi Poetry)

पूजते है देवी बना जिसे, नवरातो में,
वही सुरक्षित नहीं इन्सानी हाथो में।

कहा रखे इन्हे छुपाकर,
रबर की गुड़िया नहीं जिसे टांग दे खुटी पर।

सर्म करो कुछ अपनी नजर का,
कैसे जी पाओगे खुद अपनी ही नजर में।

होती है राजनीती इन मुददो पर अक्सर ,
गिरता जा रहा इंसान का ज़मीर बद्तर।

मत पूजो उसे भले देवी बना ,
बचा लो बस उसकी अस्मिता।

लिया है जन्म गर इंसान का ,
तो खुद को बस इंसान बना।

यह भी पढ़ें- हिन्दी सुविचार


Avatar of editorial team Hindi India

हिन्दी इंडिया वेबसाइट पर हिन्दी में जानकारी के लिए निरंतर विजिट करते रहे यह पर आपको टेक, ब्लॉग्गिंग, शायरी, कोट्स, भारत के त्यौहार आदि के बारे में जानकारी प्रकाशित की जाती है.

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

iQOO Z6 Lite 5G Snapdragon 4 Gen 1 के साथ लांच Redmi 11 Prime a Budget 5G phone in India NASA’s Artemis-1 Rocket Launch JIO Phone 5G Launch