दोस्तो हम भारतीय स्वादिस्ट खाने के बहुत शौक़ीन होते है और हिंग हमारे खाने में स्वाद को बढ़ने का काम करती है इसके साथ ही हींग का आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है आज हम जानेंगे की आखिर हींग कैसे बनती है और इसके उपयोग और फायदे क्या है.

Asafoetida Making: हींग कैसे बनती है?
दोस्तो आम तौर पर हम सभी हींग का प्रयोग रोजाना करते है लेकिन सबको यह नही पता होता की हिंग का निर्माण कैसे किया जाता है कुछ लोग समझते है की हींग पत्थर की तरह ठोस होता है तो यह पहाड़ो से निकलता होगा लीन ऐसा बिलकुल भी नही है दरअसल हींग की खेती खेती की जाती है.
मगर इसकी जानकारी हर किसी को नही होती क्युकी पहले भारत में हींग की खेती नही होती थी मगर अब धीरे धीरे भारत में भी कई जगहों पर जैसे जम्मू कश्मीर , लदाख और पंजाब आदि में इसकी खेती की शुरुआत हो गयी है मगर इस्तेमाल के आधार पर यह खेती भारत में न के बराबर है और अधिकतर हिंग अन्य देशो जैसे अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान आदि से भारत में आयत किया जाता है.
हींग का पौधा देखने में सरसों के पौधे की तरह ही होता है जो शाक की श्रेणी में आता है और हिंग का उत्पादन इसकी जड़ो से होता है जो एक चिपचिपा, गोंद की तरह दिखने वाला पदार्थ होता है जिसकी गंध अत्यंत तीक्ष्ण होती है जिसे खाने योग्य बनाने के लिए इसमें अन्य खाद्य पदार्थो को मिलाकर इसका पाउडर तैयार किया जाता है जिसे हम खाने में मिलकर इस्तेमाल करते है.
हींग के उपयोग और लाभ
दोस्तो हींग का उपयोग खाने में मसाले के रूप में किया जाता है यह कई महत्वपूर्ण औषधीय गुणों से भरा होता है जो न सिर्फ हमारे खाने का स्वाद बढाता है बल्कि कई औषधीय लाभ भी देता है इसमें प्रोटीन , फाइबर, कार्बोहायड्रेट और कैल्शियम आदि के गुण मौजूद होते है जो की स्वस्थ्य वर्धक का काम करते है हींग से जुड़े कुछ लाभ इस प्रकार है –
पेट की समस्या का समाधान
हींग में मौजूद औषधीय गुण पेट की समस्याओ में काभी लाभदायक होते है इसमें मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेतेरी उन पेट की समश्याओ जैसे बदहजमी, कब्ज़, पेट के कीड़े , पेट का फूलना और फ़ूड पोइसोनिंग आदि में इसे फायदेमंद माना जाता है इसका इस्तेमाल खाने में मसाले के तौर पर किया जाता है या फिर खाने के बाद इसे आधे कप पानी में डरकर भी पिया जाता है.
सांस की बीमारी और सरदी खासी का समाधान
दोस्तो हींग का उपयोग कई प्रकार की सांस की बिमारिओ में किया जाता है जानकारी के लिए बता दें की हींग की तासीर गर्म होती है इसीलिए इसका इस्तेमाल शर्दी जुकाम में भी किया जाता है और सांस की बीमारी जैसे दम, अस्थमा, खासी आदि में भी किया जाता है इसके अलावा यह यह किसी भी प्रकार के सिरदर्द और माइग्रेन से हमें निजात दिलाता है.
दांतों के दर्द से निजात दिलाता है
हींग का इस्तेमाल दांतों के दर्द से निजात पाने के लिए भी किया जाता है यह दांतों के दर्द , मसुडो से खून निकलना आदि से राहत दिलाती है इसके लिए हींग के टुकड़े को दांतों में दबाकर रख सकते है.
केंसर के इलाज में लाभदायक
दोस्तो हींग का इस्तेमाल करके कैंसर जैसे खतरनाक बीमारी को भी रोका जा सकता है कई श्रोतो से यह पता चला है की हींग का इस्तेमाल नै कोशिकाओ के निर्माण को रोककर कैंसर जैसे बीमारी को बढ़ने से रोकता है.
नपुंसकता को कम करती है
हींग का उपयोग पुरुषों में होने वाली नपुंसकता को भी कम करती है.
यह भी पढ़े- इंटरमिटेंट फास्टिंग
हींग का इस्तेमाल इन्हें नही करना चाहिए
जानकारी के लिए यह बता दें की जिन लोगो में उच्च रक्तचाप या ब्लड क्लोत्तिंग की समस्या है उनको हिंग का इस्तेमाल नही करना चाहिए इसके साथ ही बच्चो और गर्भ्वाई महिलाओ को भी हींग का उपयोग करने से बचना चाहिए.
(Disclaimer: इस लेख में बताई गयी जानकारी सामान्य मान्यताओ पर आधारित है तथा hindiindia.co.in इनकी पुष्टि नहीं करता, किसी तथ्य पर अमल करने से पहले सम्बंधित विशेषज्ञ से अवश्य कंसल्ट करें)