पूजा पाठ में शामिल किये जाने वाला कपूर की खुशबु बहुत मनमोहक होती है कपूर से एक विशेष सुगंध आती है जिससे वातावरण शुद्ध हो जाता है पूजा पाठ हेतु कपूर एक आवश्यक सामग्री के रूप में माना जाता है हिन्दू धर्म में भी कपूर को पवित्र माना गया है. आज हम आपको कपूर से जुड़े पूजा पाठ के तरीको के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें नवरात्री में माता की आरती के लिए उपयोग में लाया जा सकता है.

क्या होता है कपूर?
कपूर संस्कृत में कर्पुर और अंग्रेजी में कैम्फॉर के नाम से जाना जाता है यह मोम की तरह दिखने वाला एक वानस्पतिक उड़नशील पदार्थ है इसका उपयोग सामान्यतः पूजा पाठ के लिए इस्तेमाल किया जाता है मुख्यतः भगवान की आरती एवं हवन सामग्री के दौरान इसका इस्तेमाल किया जाता है.
प्राचीन समय से होता रहा है इस्तेमाल
कपूर का उपयोग पूजा पाठ एवं हवन सामग्री के तौर पर प्राचीन काल से ही होता आ रहा है हिन्दू धर्म के अनुसार देवी देवताओ की कपूर से आरती करने से देवी देवता प्रसन्न होते है एवं अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है इसीलिए प्रतेक दिन सुबह शाम घर में कपूर जलना चाहिए.
कैसे करें मा की आरती?
नवरात्री में माता की वंदना के पश्चात् माता की आरती कपूर से जरूर करें माना जाता है की देवी देवता की कपूर से आरती करने से वह प्रसन्न होते है और विशेष फल प्रदान करते है आरती मुख से करते हुए, घुमाकर पुरे शरीर तथा माँ के चरणों तक, ऐसा पांच बार करें इससे माता प्रसन्न होंगी और घर में शुख शांति का वास होगा.
मिटती है नकारात्मक उर्जा
कपूर एक प्रकार का ज्वलनशील पदार्थ है इसकी खुशबू इतनी प्राकृतिक और शुद्ध होती है की मन-मष्तिष्क शांत हो जाता है पूजा पाठ में इसका नियमित तौर पर इस्तेमाल करने से घर में पाजिटिविटी आती है और नकारात्मक उर्जा का नाश होता है.
वस्तु दोष को मिटाता है
धार्मिक कार्यो में कपूर का इस्तेमाल तो होता ही है वास्तु में भी कपूर का विशेष महत्व है ऐसा माना जाता है की कपूर का नियमित इस्तेमाल करने से घर में मौजूद वास्तु दोष भी ख़त्म होते है साथ ही घर में हमेशा सकारात्मक माहौल बना रहता है इससे घर में खुशिया आती है और शांति भी बनी रहती है.
मन-मष्तिष्क को शांति प्रदान करता है
घर में कपूर जलने से इसकी खुशबु घर के वातावरण में फ़ैल जाती है इससे मन में शांति और किसी प्रकार का तनाव या समस्या से निवारण होता है यदि किसी को रात में नींद न आने की समस्या है तो अपने कमरे में कपूर जलाकर सोने से अच्छी नींद आती है.
पित्रदोश को भी दूर करता है
कपूर के बहुत से अध्यात्मिक फायदे भी है ऐसा माना जाता है की यदि घर में पित्र दोष है तो कपूर जलना चाहिए पितृपक्ष के दौरान पूजा पाठ में भी एवं अमावस्या के दिन कपूर से हवन करना चाहिए.
कई बीमारियों में भी है लाभप्रद
कपूर के कई लाभ है बच्चो में अथवा बड़ो में भी यदि फोड़े या फुंसी इत्यादि हो जाये तो नारियल तेल में इसे मिलकर लगाने से जल्द आराम मिलता है कपूर के धुएं से घर में मच्छर आदि भी नही आते है.