बचपन में सभी बच्चे कहानिया सुनते है और मुझे भी बचपन में कहानियो का बहुत शौक था और नानी, दादी या मम्मी से बिना कहानी(Hindi Short Story for Kids) सुने नींद नही आती थी मन करता था बस उनके मुह से कहानिया सुनते रहे और ये रात कभी ख़त्म ही न हो.
पर धीरे धीरे जैसे जैसे हम आधुनिकीकरण की तरफ बढ़ रहे है और गाँव से शहरों की तरफ रुख कर रहे है कहानिया सुनना और सुनाने की प्रथा का भी अंत होता जा रहा है ऐसे में हम और आप जैसे पेरेंट्स (माता-पिता) के लिए कहानिया याद रख पाना और अपने बच्चो को सुनाना मुश्किल होता है.
ऐसे में हम आपके लिए कुछ ऐसे Short Moral Stories in Hindi लेकर आये है जो न सिर्फ आपके बच्चो को सुनने में अच्छी लगेंगी बल्कि इससे उन्हें कोई न कोई सीख भी मिलेगी जो उन्हें अपने जीवन में समझदार और बुद्धिमान बनायेंगे.
1. सोन-चिड़िया- Short Story in Hindi

एक बार बहुत दूर एक घने जंगल में एक बहुत ही सुनहरी(सुन्दर) चिड़िया रहती थी जब भी वह पॉटी करती तो उसकी पॉटी जमीन पर गिरते ही सोने में बदल जाती थी.
एक बार एक चिडियों के शिकारी उस जंगल से गुजरता है और बहुत अधिक थके होने के कारण वह थोडा विश्राम करने का निश्चय करता है वह आराम करने के लिए एक घने पेड़ के निचे पेड़ के सहारे बैठ जाता है.
इत्तेफाक से यह वही पेड़ होता है जहा वह सोन चिड़िया भी रहती थी शिकारी को धीरे धीरे नींद आने लगती है और थोड़ी देर बाद उसकी आँख लग जाती है.
कुछ समय बाद उसे कुछ आवाज आती है औ अचानक इसकी आँख खुलती है और वह देखता है उसके सामने एक सोने का टुकड़ा पड़ा होता है यह देखकर वह आश्चर्य चकित रह जाता है.
अचानक उसे पेड़ पर से कुछ गिरने की आहत होती है और वह देखता है की वह चीज़ धीरे धीरे सोने(Gold) में परिवर्तित हो जाती है अब उससे रहा नही जाता और वह ऊपर देखता है तो उसे वह सोन-चिड़िया दिखाई देती है जिसका पॉटी जमीन पर गिरने के बाद सोना बन जाता है.
शिकारी के मन में लालच आ जाता है और वह चिड़िया को फ़साने के लिए जाल फेकता है और वह फास जाती है शिकारी चिड़िया को राजा के पास लेकर जाता है इस उम्मीद से की राजा उसे इनाम देंगे, पर वह पर मौजूद एक मंत्री राजा को सलाह देता है की शिकारी झूट बोल रहा है.
यह कैसे संभव है कि इस चूजे का मल सोने में बदल जाए, वह राजा को पक्षी को मुक्त करने की सलाह देता है और शिकारी से राजा को दंडित करने के लिए कहता है, जैसे ही पक्षी मुक्त होता है, पक्षी दीवार पर चढ़ जाता है। और उसका मल फिर से सोना बन जाता है।
राजा को बाद में पछतावा होता है की काश उसने मंत्री की बात ऐसे ही न मान ली होती तो उसके भंडार सोने और आभूषण से भर जाते.
इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है-
किसी भी तथ्य को बिना जाचे परखे उस पर पूरी तरह से विश्वास नही करना चाहिए, यदि राजा ने मंत्री की बात युहीं नही मान ली होती है उसको बहुत फायदा पहुचता.
2. चालाक लोमड़ी – short moral stories in hindi

एक घने विशाल जंगल में एक शेर रहता था एक बार वह जंगल में इधर उधर शिकार के लिए घूम रहा था उसको बहुत तेज़ भूख लगी थी उसने देखा की जंगल में कोई जानवर दिखाई नहीं दे रहा है.
वह इधर उधर भटकता रहा और शाम होने पर वह एक गुफा के पास पंहुचा, वह गुफा में घुस गया इस उम्मीद में की वह कोई ना कोई जंगली जानवर जरुर रहता होगा.
मगर अन्दर उसे कोई जानवर दिखाई नही दिया फिर उसने सोचा की क्यों ना उसी गुफा में रहकर आराम किया जाये यदि कोई जानवर वहा रहता होगा तो वह शाम ढलते वापस जरुर आएगा.
कुछ समय बाद वह एक लोमड़ी आती है जो उसी गुफा में रहती थी वह देखती है की वह शेर के पंजो के निसान है और यह भी देखती है की गुफा में जाने के निसान तो है पर वापस आने का कोई निसान नही है.
लोमड़ी सूझ बुझ का इस्तेमाल करती है वह गुफा से पूछती है ‘हे गुफा मै वापस आ गयी तुम मेरा स्वागत नही करोगे‘ अन्दर से कोई आवाज नही आती, वह फिर से पूछती है ‘गुफा मेरा स्वागत नही करोगे, क्या कोई दिक्कत है‘.
ऐसा सुनकर शेर असमंजस में पद जाता है और सोचता है की शायद गुफा के बोलने पर ही लोमड़ी अन्दर आएगी एक बार लोमड़ी के फिर से पूछने पर वह बोलता है ‘अन्दर आ जाओ कोई दिक्कत नही है‘ लोमड़ी को सब समझ में आ जाता है और वह वहा से भाग जाती है.
इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है-
समझदार लोग हमेशा सुझबुझ से काम लेते है अगर लोमड़ी ने समझदारी से काम नही लिया होता तो शेर यूज़ खा जाता.
3. हाथी और चूहों की कहानी- Hindi short story for kids
एक बार हाथियों का एक झुण्ड खाने की तलाश में एक जगह से दूसरी जगह जा रहे है वो जिस रास्ते से जा रहे थे उस रास्ते में बहुत सारे चूहे रहते थे जो हाथियों के पैरो के निचे आकर दब कर मर जा रहे थे.
तभी चूहों और चूहों के सरदार ने मिलकर एक मीटिंग बुलाई और फैसला हुआ की हम हाथियों को यह समझायेंगे की वह अपना रास्ता बदल लें और किसी भी चूहे को नुकसान न पहुचाएं.
सारे चूहे और उनका सरदार हाथियों के सामने जाकर खड़े हो गये, तभी हाथियों के सरदार ने कहा हट जाओ हमारे रास्ते से वरना सब मारे जाओगे, चूहों के सरदार ने बोला- ‘नही सर हम आपसे लड़ाई करने नही आये है, बल्कि हम तो एक रिक्वेस्ट करने आये है‘
बोलो क्या कहना चाहते हो– हाथियों के सरदार ने कहा. चूहों के सरदार ने कहा- ‘सर आप जिस रास्ते से जा रहे है उस रास्ते में बहुत सारे चूहे रहते है और कुछ तो आपके पैरो के निचे दब कर मारे गए है क्या आप अपना रास्ता बदल लेंगे ताकि और चूहे न मारे जाये‘
ये सुनकर हाथियों के सरदार ने कहा- ‘ठीक है हम अपना रास्ता बदल लेंगे‘ चूहों का सरदार- ‘धन्यवाद् सर अगर आपको कभी भी हमारी मदत की जरुरत हो तो हम आपकी मदत करेंगे‘.
ये सुनकर हाथी हस पड़े- ‘ये छोटे चूहे हमारी क्या मदत करेंगे‘ हाथियों ने हस्ते हुए कहा.
एक बार सभी हाथी नहाने के लिए नदी की और जा रहे थे तभी शिकारियो ने जाल फेककर हाथियों को जाल में फसा लिया. हाथी जोर जोर से चिल्लाने लगे, चूहों ने हाथियों की आवाज़ सुनकर समझ गए की हाथी मुसीबत में है.
चूहों ने देखा की बहुत सारे हाथी जाल में फसे हुए है, उन्होंने अपने तेज़ नुकीले दांतों से सभी हाथियों के जाल काट दिए और हाथियों को आजाद कर दिया.
इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है-
कभी किसी को छोटा नही समझना चाहिए, कौन कब किसी के काम आ जावे ये कोई नही जानता.
4. शेर और चूहा- short stories for kids in hindi
एक बार एक चूहा बहुत मस्ती में खेल रहा था खेलते खेलते वह एक सिये हुए शेर एक ऊपर चदकर कूदने लगा शायद उसने ध्यान नही दिया की वह एक शेर सो रहा है.
शेर को आहात हुयी तो उसकी आंख खुली और उसने देखा की एक पिद्दी सा चूहा उसके ऊपर चढ़कर मस्ती से खेल कूद रहा है शेर को गुस्सा आ गया और उसने चूहे को अपने नुकीले पंजो में पकड़ लिया.
चूहा दर गया और माफ़ी मांगने लगा बोला सरदार मुझे छोड़ डॉ अब ऐसा नही करूँगा ऐसा बोलकर वह रोने लगा. बहुत रिक्वेस्ट करने के बाद शेर को दया आ गयी और उसने चूहे को छोड़ दिया, चूहा बोला- सरदार कभी भी आपको मेरी मदत की जरुरत हो तो बताईयेगा, बड़ा हाज़िर रहेगा.
ये सुनकर शेर हसे लगा और बोला- एक पिद्दी सा चूहा भला मेरी क्या मदत करेगा, तुझको तो खाने से भी मेरा पेट नही भरेगा.
एक बार शेर को कुछ शिकारियों ने जाल में फसा लिया और शेर जोर जोर से दहाड़ रहा तह की तभी चूहे के पास आवाज पहुची, चूहा तुरंत समझ गया की सरदार किसी मुसीबत में हैं.
चूहा शेर के पास पंहुचा और जाल को काटकर सरदार को बचा लिया, शेर बहुत खुश हुआ और दोनों बहुत अच्छे दोस्त बन गए और हशी ख़ुशी जंगल में जीवन बिताने लगे.
इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है-
कभी किसी को छोटा और कमजोर नहीं समझना चाहिए, जैसे सुई और तलवार दोनों अपनी जगह पर महत्वपूर्ण है.
5. समझदार बकरी- Short story in hindi for kids
एक बकरी एक गाँव में अपने बच्चो के साथ रहती थी गाँव के पास में ही एक विशाल जंगल था जहा पर जंगली जानवर रहा करते थे बकरी बच्चो को जंगल में जाने से हमेशा मन करती थी.
एक बार जब बकरी अपने बच्चो के लिए खाना लाने गयी होती है तभी एक बच्चा जंगल की और घास की तलाश में जाने लगता है वह थोड़ी ही दूर जंगल में पहुचता है तो वह हरे भरे घास देखकर खुस हो जाता है.
तभी वह पर कुछ लकड़बग्घे आ जाते है और बकरी के बच्चे को देखकर खुस हो जाते है की आज उन्हें ताज़ा खाना मिलने वाला है जब बकरी गाँव में वापस पहुचती है तो देखती है की एक बच्चा वहा पर नही होता.
पता चलता है की वह जंगल की और गया हुआ है तभी बकरी भागते हुए जंगल में पहुच जाती है जहा उसके बच्चे की जान खतरे में देख वह दर जाती है मगर वह बिना घबराये घैर्य से यूज़ बचने के लिए सोचती है.
वो लकड्बग्घो से बोलती है की तुमने अगर हमें खाया तो शेर को गुस्सा आ जायेगा और वो तुम सबको खा जायेगा, ऐसा सुनकर वो सब हसने लगते है और एक बोलता है- ‘लेकिन शेर को बताएगा कौन की हमने तुम्हे खाया है‘.
बकती बोलती है वो देखो हाथी राजा को शेर ने हमारी रखवाली के लिए यह रखा हुआ है जब तब वह वापस नही आते हमें यही रुकने को बोला है अगर तुमने हमे खाया तो हाथी शेर को बता देगा और फिर तुमारी खैर नही.
ये सुनकर लाकद्बग्घे दर जाते है और वह से चले जाते है बकरी अपने बच्चे को लेकर वह से तेजी से भागने लगती है तभी रास्ते में उन्हें शेर मिल जाता है, शेर- वाह आज तो ताज़ा मांस खाने को मिलेगा.
बकरी- रुकिए शेर राज, अगर आपने हमें खाया तो शेरनी बुरा मान जाएगी, उन्होंने हमें यही रुकने को बोला है और यह भी बोला है की वह हमें आपके लिए लेकर आने वाली है और आप हमें तब खा सकते है, अगर आपको विश्वास नही होता तो खरगोश से पुच लिगिये शेरनी ने खरगोश को हमारी रखवाली के लिए यहाँ रखा है.
शेर सोचता है की अगर मई इन्हें खाऊंगा तो शेरनी को बुरा लगेगा, और वैसे भी शेरनी इन्हें मेरे लिए लाने ही वाली है और शेर वहा से चला जाता है.
बकरी अपने बच्चे को लेकर तेजी से वहा से भाग जाती है और तब तक नही रूकती जब तक वह अपने गाँव नही पहुच जाती, और इस तरह से वह बकरी अपनी और अपने बच्चे की जान बचाती है.
इस कहानी से क्या सीख मिलती है-
चाहे जीतनी भी ख़राब परिस्थिति हो हमें समझारी और धैर्य से काम लेना चाहिए.
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FAQ- Short Story in Hindi
बच्चो के लिए short story in hindi क्यों जरुरी है?
Short story in hindi सुनना बच्चो को अच्छा लगता है और साथ ही उन्हें एक अच्छी सीख भी मिलती है.
बच्चो को short story in hindi बोलकर सुनाना चाहिए या विडियो दिखाकर?
कहानी सुनने से बच्चो के सोचने समझने की शक्ति बढती है वही विडियो के माध्यम से कहानी दिखने पर उनकी आँखों पर भी बुरा असर पड़ता है.
बचो को किस तरह की short story in hindi सुनना चाहिए?
ऐसी कहानिया जो बच्चो को कुछ अच्छा करने की सीख देती है और उनमे समझने और समझदारी की भाव्ब्ना विकसित करती है.