कुछ समय से इन्टरनेट पर वेब 3.0 एक चर्चा का विषय बना हुआ है कुछ लोगो का मानना है की यह भविष्य की टेक्नोलॉजी है जो हमारे इन्टरनेट को उपयोग करने का नजरिया बदल देगा और कुछ लोगो का यह भी मानना है की यह मेटावर्स है.

वेब 3.0 इन्टरनेट का एक डीसेन्ट्रलाइस रूप है जो की मुख्य तौर पर क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचैन पर आधारित हो सकती है

डीसेन्ट्रलाइस टेक्नोलॉजी के आ जाने से बड़ी बड़ी इन्टरनेट जगत की कंपनीयों का एकाधिकार (मोनोपोली) पूरी तरह से समाप्त हो सकता है.

ब्लॉकचैन एक ऐसी डीसेन्ट्रलाइस टेक्नोलॉजी है जिसमे किसी डाटा का डिजिटल लेज़र बनाकर अलग अलग कंप्यूटर पर स्टोर कर के रखा जाता है 

ब्लॉकचैन में किसी भी ट्रांजकसन को कोई बदल नही सकता और न ही हैक किया जा सकता है 

वेब 3.0 इन्टरनेट की दुनिया की नयी और अगली पीढ़ी है जो वेब 1.0 और वेब 3.0 का उपयोग करते हुए आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित होने वाली है

यह टेक्नोलॉजी पुरानी टेक्नोलॉजी से काफी अधिक एडवांस और फ़ास्ट होने वाली है जिसमे डाटा की एक्यूरेसी और सटीकता पर बहुत फोकस किया जा रहा है.